मुंबई : हरेश अशोक बोधा
केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह रविवार को दो दिवसीय मुंबई दौरे पर आए थे। मुंबई एयरपोर्ट मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उनका स्वागत किया। मुंबई पहुंचते ही अमित शाह विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए। रात में सहयाद्रि अतिथि गृह पर विश्राम से पहले शाह ने पहले सीएम शिंदे और डीसीएम देवेंद्र से विधानसभा चुनाव से संबंधित रणनीति पर चर्चा की बाद में बीजेपी कोर कमेटी के साथ बैठक की। बैठक में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के संदर्भ में बीजेपी की राज्य इकाई द्वारा तैयार किए गए मेगा प्लान पर चर्चा हुई।
बीजेपी की कोर कमेटी की देर रात तक चली बैठक में गृहमंत्री शाह ने बीजेपी को 125 सीटें जीतने का लक्ष्य दिया है। इसमें 50 सीटों पर जीत का बीजेपी को भरोसा है। लेकिन शेष 75 सीटों पर जीत की जिम्मेदारी बीजेपी के शीर्ष नेताओं में बांट दी गई है। बीजेपी को 125 सीटें जीतने के लिए 150 से ज्यादा सीटों पर लड़ना होगा। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में इस चर्चा ने जोर पकड़ लिया है कि बीजेपी 160 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस दौरान फडणवीस, चंद्रशेखर बावनकुले, रावसाहेब दानवे, चंद्रकांत पाटिल, गिरीश महाजन, पंकजा मुंडे, सहित कई अन्य प्रमुख नेता शामिल रहे। इन बैठकों के दौरान शाह ने सभी को जीत के 7 मंत्र दिए। जिसमें दो प्रमुख मंत्र हैं जीतने योग्य उम्मीदवार को टिकट और आपसी मतभेद सार्वजनिक करने से बचें।
चुनाव में जीत के 7 मंत्र
1) जीतने की क्षमता वाले सही उम्मीदवार का चयन करें।
2) लोकसभा चुनाव में होने वाली गलतियों को दोहराने से बचें।
3) महायुति के नेता संयम बरतें, एकता दिखे इसका ध्यान रखें।
4) महायुति में सहयोगियों पर लांछन लगाने और मतभेदों को सार्वजनिक करने से बचें।
5) विरोधियों के फेक नैरेटिव का ठोस जवाब दें।
6) राज्य सरकार द्वारा लिये गये निर्णयों को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं।
7) जिन सीटों पर बीजेपी विधायक संतोषजनक प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, उन पर उचित निर्णय लें।
160+64+64 का फार्मूला
अमित शाह के इस दौरे के दौरान बीजेपी पदाधिकारियों और नेताओं ने अगला सीएम बीजेपी से बनाने की मांग की। इसके लिए ज्यादा विधायक की शर्त को पूरा करने के लिए बीजेपी को विधानसभा में 160 सीटें मिलनी चाहिए। इस आधार पर ऐसा माना जा रहा है कि 288 सीटों में से यदि बीजेपी अकेले 160 सीटों पर चुनाव लड़ती है तो शेष 128 सीटों में से शिवसेना (शिंदे गुट) व राकां अजित पवार को 64-64 सीटों पर समझौता करना पड़ सकता है। इसमें अजित गुट तो 60 सीटों पर समझौता कर सकता है लेकिन बीजेपी के लिए 80 से 90 सीटों की अपेक्षा रखनेवाले शिंदे गुट को मनाना मुश्किलों भरा साबित हो सकता है।
अजित ने की शिकायत
ऐन विधानसभा से पहले महायुति में मतभेद के संकेत देखने को मिले। दो दिवसीय दौरे के दौरान अमित शाह 15 घंटे मुंबई में रहे लेकिन उनके साथ सिर्फ सीएम शिंदे और डीसीएम देवेंद्र ही नजर आए। जबकि मुंबई में होने के बावजूद अजित उनसे मिलने नहीं पहुंचे। ऐसे में अजित के नाराज होने की अटकलें लगाई जाने लगीं। अंतत: अजित ने दिल्ली रवाना होने से पहले शाह से एयरपोर्ट पर मुलाकात की। बताया जा रहा है कि इस दौरान अजित ने बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) के नेताओं द्वारा राकां (अजित पवार) पार्टी के खिलाफ की जा रही आपत्तिजनक बयानबाजी का मुद्दा तो उठाया। इसके अलावा अजित ने शाह के समक्ष सरकारी विज्ञापन और दूसरे आयोजनों में अपनी उपेक्षा किए जाने तथा सरकारी योजनाओं और उपलब्धियों का श्रेय उन्हें नहीं दिए जाने का आरोप भी लगाया।
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