मुंबई/नांदेड़, 25 मार्च 2025: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महिलाओं के लिए गेमचेंजर साबित हुई लाडली बहना योजना को लेकर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। योजना के तहत महिलाओं को 2100 रुपये देने की मांग पर अजित पवार ने स्पष्ट किया कि वह तभी यह राशि प्रदान करेंगे, जब राज्य की आर्थिक स्थिति अनुकूल होगी। नांदेड़ जिले के नायगांव नरसी में आयोजित एक समारोह के दौरान उन्होंने यह बात कही।
अजित पवार का नांदेड़ दौरा
उपमुख्यमंत्री अजित पवार एक दिवसीय दौरे पर नांदेड़ पहुंचे थे, जहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के सदस्यता ग्रहण समारोह और बैठक का आयोजन किया गया। इस मौके पर एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे, पूर्व मंत्री नवाब मलिक, विधायक विक्रम काले, प्रतापराव पाटिल चिखलीकर, राजू नवघरे सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। समारोह में पूर्व सांसद भास्करराव पाटिल खटगांवकर, पूर्व विधायक ओमप्रकाश पोकरणा, मीनल खटगांवकर और पूर्व उप महापौर सरजीतसिंह गिल सहित कई प्रमुख हस्तियों ने एनसीपी की सदस्यता ग्रहण की।
लाडली बहना योजना पर क्या बोले पवार?
अजित पवार ने कहा, "मैंने यह नहीं कहा कि मैं अभी 2100 रुपये दूंगा। जैसे कोई व्यवसायी अपने मासिक खर्च का हिसाब रखता है, वैसे ही मुझे भी राज्य की 13 करोड़ जनता के 365 दिनों का हिसाब देखना पड़ता है।" उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य का खजाना मजबूत रखते हुए वित्तीय अनुशासन बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है। पवार ने यह भी बताया कि विपक्ष को लगता था कि लाडली बहना योजना बंद हो जाएगी, लेकिन सरकार इसे जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
नई योजना का ऐलान
पवार ने योजना में एक नया विकल्प पेश करने की बात कही। उन्होंने बताया कि सरकार कुछ बैंकों के साथ मिलकर महिलाओं को 50,000 रुपये का ऋण उपलब्ध कराएगी। यदि 20 महिलाएं बचत समूह की तरह एकजुट होती हैं, तो यह राशि 10 लाख रुपये तक हो सकती है। इससे महिलाएं व्यवसाय शुरू कर सकेंगी और उनकी 1500 रुपये की मासिक किस्तें भी संभव हो सकेंगी। उन्होंने कहा, "जब राज्य की स्थिति बेहतर होगी, तब मैं अपनी लाडली बहनों को 2100 रुपये जरूर दूंगा।"
मंत्रियों के साथ चर्चा का प्लान
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वह महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे और अन्य मंत्रियों के साथ गांव-गांव जाकर बैठकें करेंगे और इस योजना की जानकारी जनता तक पहुंचाएंगे। चंद्रपुर, गढ़चिरौली और रत्नागिरी में नवाचार केंद्रों को मंजूरी दी जा चुकी है, जबकि नांदेड़ में भी ऐसा एक केंद्र खोला जाएगा ताकि मराठवाड़ा के युवा पीछे न रहें।
निष्कर्ष
अजित पवार के इस बयान से स्पष्ट है कि लाडली बहना योजना को लेकर सरकार सजग और सक्रिय है। हालांकि, 2100 रुपये की राशि देने का वादा आर्थिक परिस्थितियों पर निर्भर करता है। यह योजना न केवल महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है, बल्कि राज्य के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
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