मुंबई : हरेश अशोक बोधा
उल्हासनगर : 5 अगस्त 2025: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को उल्हासनगर के विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सकारात्मक निर्णय लिए। महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण के नेतृत्व में आमदार कुमार आयलानी, मनपा आयुक्त मनीषा आव्हाले, जिलाध्यक्ष राजेश वधर्या, पूर्व नगरसेवक महेश सुखरमानी और जमनु पुरस्वानी ने मुख्यमंत्री और जल संपदा मंत्री गिरीश महाजन के साथ एक अहम बैठक की। इस बैठक में शहर के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई और कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
पानी के बिल में वृद्धि रद्द, स्वतंत्र जल स्रोत को मंजूरी
मनपा द्वारा बजट में पानी के बिल में कई गुना वृद्धि का प्रस्ताव रखा गया था, जिसका आमदार कुमार आयलानी ने कड़ा विरोध किया। उन्होंने इस मुद्दे को बार-बार उठाया और मुख्यमंत्री के समक्ष इसे रखा। मुख्यमंत्री ने तत्काल मनपा आयुक्त को पानी के बढ़े हुए बिल को रद्द करने का आदेश दिया। इसके अतिरिक्त, शहर के लिए स्वतंत्र जल स्रोत विकसित करने की मांग को भी स्वीकृति मिली, जिससे उल्हासनगर को भविष्य में पानी की कमी से निजात मिलेगी।
सड़कों की मरम्मत और मेट्रो कार्य को गति
शहर की सड़कों पर गड्ढों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने मनपा आयुक्त को तत्काल गड्ढे भरने के कार्य शुरू करने का निर्देश दिया। आयुक्त मनीषा आव्हाले ने आश्वासन दिया कि इस कार्य की शुरुआत तुरंत की जाएगी। इसके साथ ही, प्रमुख और आंतरिक सड़कों के निर्माण के लिए 99 करोड़ रुपये के फंड को जल्द मंजूरी देने का भरोसा भी मुख्यमंत्री ने दिया। उल्हासनगर में मेट्रो कार्य के उद्घाटन को भी शीघ्र शुरू करने की घोषणा की गई।
सेंट्रल अस्पताल होगा 400 बेड का
स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए सेंट्रल अस्पताल को 400 बेड का करने की मांग को मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया। यह कदम शहरवासियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करेगा।
संपत्ति टैक्स में राहत, बिजली समस्या पर होगी बैठक
मनपा द्वारा संपत्तियों के बढ़े हुए क्षेत्र पर लगाए गए 6 वर्ष के टैक्स को भी मुख्यमंत्री ने तत्काल रद्द करने का आदेश दिया। साथ ही, शहर में बिजली की समस्या के समाधान के लिए जल्द ही एक बैठक आयोजित करने की स्वीकृति दी गई।
आमदार आयलानी का जनता को भरोसा
आमदार कुमार आयलानी ने कहा, “मैं हमेशा उल्हासनगर की जनता के साथ हूँ। शहर में कई विकास कार्य चल रहे हैं और भविष्य में और भी शुरू होंगे। जनता पर किसी भी तरह का अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा।” उन्होंने मुख्यमंत्री, जल संपदा मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष का इस बैठक और स्वीकृतियों के लिए आभार व्यक्त किया।
जिलाध्यक्ष राजेश वधर्या ने बताया कि यह बैठक शहर के लिए अत्यंत सकारात्मक रही और इसके परिणाम जल्द ही दिखाई देंगे। पूर्व नगरसेवक महेश सुखरमानी ने कहा, “हमारी सरकार जनता के साथ है। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। मुख्यमंत्री उल्हासनगर के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
जमनु पुरस्वानी ने जानकारी दी कि दशहरे तक शहर के 80 प्रतिशत गड्ढे भर दिए जाएंगे। यह बैठक उल्हासनगर के लिए एक नई शुरुआत का संकेत देती है, जिसमें विकास और जनहित को प्राथमिकता दी गई है।
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