उल्हासनगर: हरेश अशोक बोधा
26 मार्च 2025: माननीय मुख्यमंत्री महोदय के निर्देशानुसार 100 दिनों के कार्यालय सुधार अभियान के तहत उल्हासनगर महानगरपालिका मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता महानगरपालिका की प्रशासक एवं आयुक्त मनीषा आव्हाले ने की, जिसमें शहर के प्रमुख व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य व्यापारियों द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करना और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाना था।
बैठक में व्यापारियों ने अपनी प्रमुख समस्याओं को सामने रखा, जिनमें शामिल हैं:
🔴 ड्रेनेज पाइपलाइन के लिए खोदे गए रास्तों को शीघ्र पूरा करने की मांग।
🔴 जपानी बाजार में महिलाओं के लिए सार्वजनिक शौचालय और प्रेस बाजार में सार्वजनिक शौचालय
🔴 केबल कार्य के बाद तारों को व्यवस्थित कर रास्तों को पुनः बंद करने की आवश्यकता।
🔴पार्किंग सुविधाओं का अभाव।
🔴 दंड प्रणाली के डिजिटलाइजेशन की मांग।
🔴 फुटपाथ पर सामान रखने के मामले में उचित चेतावनी देने का अनुरोध।
🔴 केबी रोड विस्तारीकरण के दौरान ध्वस्त दुकानों के लिए वैकल्पिक स्थान की व्यवस्था।
🔴 पानी के बिल में वृद्धि का विरोध।
इस बैठक में सिंधुनगर व्यापारी महामंडल के अध्यक्ष सच्चानन्द गोपलानी, मेंघराज लुंड, हरेश बोधा, उत्तम रामरखयानी, पप्पू तिलोकनी, अजित ग्वालानी, यूएसए अध्यक्ष दीपक छतलानी, भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के नेता नरेश थारवानी, महासचिव विजय खटवानी, उद्योग नेता हरेश भाटिया, सनी जाधवानी, व्यापारी नेता नरेश दुर्गियानी, किशोर वनवारी सहित कई अन्य प्रमुख व्यापारी उपस्थित थे।
आयुक्त मनीषा आव्हाले ने व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए आश्वासन दिया कि महानगरपालिका इन मुद्दों पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में व्यापारिक संगठनों के साथ नियमित बैठकें आयोजित की जाएंगी ताकि समस्याओं का स्थायी समाधान संभव हो सके।
इस बैठक से व्यापारियों में यह उम्मीद जगी है कि उनकी लंबे समय से चली आ रही समस्याओं का समाधान शीघ्र ही होगा। यह कदम उल्हासनगर के व्यापारिक समुदाय और प्रशासन के बीच सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल माना जा रहा है।
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